(१) गमो के बिना ज़िन्दगी अधूरी है,
ऐ मुसाफिर फिर भी तेरा जीना ज़रूरी है ,
मत हो अपनी ज़िन्दगी से खफा ,
क्युकी तेरी ज़िन्दगी के बिना ,
एक और जिंदगी अधूरी है...........
(2) बादल की तरह आवारा है हम,
आप भूल न सकोगे वो नज़ारा है हम,
जो टूट के फ़ना हो जायेगा ,
आप की एक खावाहिस के लिए ,
फलक का वो अनदेखा सितारा है हम............
(3) दर्द में कोई मौसम प्यारा नहीं होता ,
दिल हो प्यासा तो पानी से गुज़ारा नहीं होता ,
कोई देखे तो हमारी बेबसी को ,
हम सबके हो जाते है ,
पर कोई हमारा नहीं होता............
(4) काम ना आ सकी अपनी वफ़ा तो क्या करे .......?
एक बेवफा को भूल न पाए तो क्या करे ..........?
एक दिन की बात हो तो भूल जाये .................?
याद आये वो रोज़ तो क्या करे........................?
Assalam alekum.........very-very nice story........
ReplyDeletethis is my hand written shayari......for you........so enjoy it.......
ReplyDeletewow..........kaya baat hai.......next Galib......
ReplyDeleteso nice.......shayari.....
ReplyDeleteabsolutily.....nice........
ReplyDeletekaafi din ke baad aap blog likh rahe hai.......koi khaas baat thi kaya......
ReplyDeletekaya baat hai......
ReplyDelete(१) गमो के बिना ज़िन्दगी अधूरी है,
ReplyDeleteऐ मुसाफिर फिर भी तेरा जीना ज़रूरी है ,
मत हो अपनी ज़िन्दगी से खफा ,
क्युकी तेरी ज़िन्दगी के बिना ,
एक और जिंदगी अधूरी है...........
Bahut khoob!
Anek shubhkamnaon sahit sawagat hai..
ReplyDeletekhubsurat alfaj......
ReplyDelete(१) गमो के बिना ज़िन्दगी अधूरी है,
ReplyDeleteऐ मुसाफिर फिर भी तेरा जीना ज़रूरी है ,
मत हो अपनी ज़िन्दगी से खफा ,
क्युकी तेरी ज़िन्दगी के बिना ,
एक और जिंदगी अधूरी है.........
Sundar alfaaz!
ब्लॉग जगत में आपका स्वागत है... इसी तरह तबियत से लिखते रहिये, हिंदी में आपका लेखन सराहनीय है, धन्यवाद
ReplyDeletethank you..........all of you.........
ReplyDeletebhai aise hi likhte rho inshallah gandi ji millenge apko sahi me na shi par sapne mein hi
ReplyDeletekaya khashif bhai...aap bhi.........
ReplyDeleteइस नए चिट्ठे के साथ हिंदी ब्लॉग जगत में आपका स्वागत है .. नियमित लेखन के लिए शुभकामनाएं !!
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